tag:blogger.com,1999:blog-6901410644081795853.post6988114121250443508..comments2023-03-25T01:40:50.639-07:00Comments on AMAN AGARWAL "MARWARI": वो सुहाना बचपनाkhttp://www.blogger.com/profile/10169994808833324610noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-6901410644081795853.post-68743413091123733692011-01-20T06:12:44.598-08:002011-01-20T06:12:44.598-08:00म्हारे को थारी रचना घनी चौखी लगी से. भाई जी आप म्...म्हारे को थारी रचना घनी चौखी लगी से. भाई जी आप म्हारे ब्लॉग मे आये थार घणा शुक्रिया. भाई जी म्हारा जन्म खटीमा (उत्तराखंड) मे हुआ है. मगर मेरे पूर्वज सभी राजस्थान के सीकर जिले के बाबा श्याम की नगरी खाटू के पास मवंदा नाम के गाँव के है. मुझे मेरे मारवाड़ी होने पर गर्व है इसलिए अपना उपनाम मारवाड़ी लिखता हू रही बात मारवाड़ी बोलने और समझने की तोह उस मामले मे मैं बहुत कच्चा हू. मतलब म्हारे को टूटती फूटती मारवारी आवे से. घनी चौखी मारवारी कोणी आवे. <br /><br /> भाई जी आपका मेरे ब्लॉग मे आना मेरे लिए उर्जा का कार्य साबित हुआ जब मैंने देखा था की मेरे ब्लॉग मे न तो समर्थक है और न ही कोई टिपण्णी आती है तो मे बहुत ही निराश हुआ एवं अपने दोनों ब्लॉग को बंद करने का निर्णय लिया मगर कल एकसाथ इतने अच्छे अच्छे कमेन्ट आये तो मन को ख़ुशी मिली.<br /><br /> पुनः हार्दिक सुभ्कम्नायो के साथ आपके जबाब के इंतजार मे <br /> - अमन अग्रवाल "मारवाड़ी"<br /><br />खाटू नरेश की जय<br />लीले के स्वर की जय.<br />तीन बाण धरी की जयkhttps://www.blogger.com/profile/10169994808833324610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6901410644081795853.post-43180428914340003412011-01-19T08:17:31.180-08:002011-01-19T08:17:31.180-08:00प्रिय बंधुवर अमन अग्रवाल मारवाड़ी जी
जयश्री क...<b><i>प्रिय बंधुवर अमन अग्रवाल मारवाड़ी जी </i></b> <br /><b> </b>जयश्री कृष्ण ! नमस्कार ! <br /><b> </b> <br />अच्छी सी प्यारी सी रचनाओं के लिए आभार ! आपका ब्लॉग भी ख़ूबसूरत है, तस्वीरें भी , और साज सज्जा भी । और ख़ुद आप भी तो … :)<br />मारवाड़ी मतलब मारवाड़ी ही है या … ? राजस्थान के किस स्थान से हो ? राजस्थानी भाषा बोल-समझ लेते हो ? हां, तो जवाब में एक वाक्य राजस्थानी में ज़रूर लिखना … … … <br /> <b> </b> <br /><b>~*~ हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं !~*~</b> <br />शुभकामनाओं सहित<br />- राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6901410644081795853.post-16980591036640825072011-01-19T01:22:04.836-08:002011-01-19T01:22:04.836-08:00बहुत ही सुन्दर चित्रण, आपके साथ-साथ सभी पढ़ने वाल...बहुत ही सुन्दर चित्रण, आपके साथ-साथ सभी पढ़ने वालो को बचपन की कोई भूली बिसरी याद साथ हो ली .....निरंतर एवं सुन्दर सृजन के लिये शुभकामनायें ।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6901410644081795853.post-42991566504831248932011-01-19T01:21:15.060-08:002011-01-19T01:21:15.060-08:00अतीत के गलियारों में ले जाती हुई सुन्दर कविता,
बेह...अतीत के गलियारों में ले जाती हुई सुन्दर कविता,<br />बेहतरीन अभिव्यक्ति........संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6901410644081795853.post-46096928149065582052011-01-18T12:19:33.525-08:002011-01-18T12:19:33.525-08:00दोनों ही कवितायेँ बहुत अच्छी लगी......दोनों ही कवितायेँ बहुत अच्छी लगी...... Chaitanyaa Sharmahttps://www.blogger.com/profile/17454308722810077035noreply@blogger.com